मुजफ्फरनगर। जनपद में आज से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। करीब चार करोड़ कांवड़िए हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर गंतव्य तक पहुंचेगे। कांवड़ यात्रा की तैयारियों के मद्देनजर मुजफ्फरनगर को 9 सुपर जोन और 16 जोन और 80 सेक्टर में बांटा गया है।
एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और सेवा के लिए जनपद में 3000 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। जिले में चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए 1379 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जबकि कांवड़ पटरी मार्ग और हाईवे सहित शहर के विभिन्न हिस्सों पर ड्रोन कैमरो से भी नजर रखी जाएगी।
हरिद्वार से गंगा जल लेकर करोड़ों शिवभक्त कांवडियां मुजफ्फरनगर से होकर अपनी मंजिल के लिए निकलते हैं। इस बार की कांवड यात्रा में करीब 4 करोड़ कांवडियों के आगमन की संभावना है। सबसे बड़ी तैयारी मुजफ्फरनगर में होती है, क्योंकि इस सबसे बड़ी, लंबी और ज्यादा दिन चलने वाले धार्मिक यात्रा में शिव भक्तों के आने जाने वाला मुख्य मार्ग मुजफ्फरनगर ही हैं।
यहीं से शिवभक्तों का कांवड यात्रा में डायवर्जन होता है। कांवड़ यात्रा चार जुलाई से शुरू होने जा रही है। एसएसपी संजीव सुमन ने कांवड़ सेल का गठन किया है, जिसका नोडल अधिकारी एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत को बनाया है। जनपद का कांवड़ यात्रा मार्ग 215 किलोमीटर लंबा है।
मुजफ्फरनगर के प्रमुख कांवड़ यात्रा मार्ग-पुरकाजी के भूराहेड़ी पुलिस चौकी से शिव चौक लगभग 28 किलोमीटर-वाया रामपुर तिराहा।
छपार के सिसौना से शिव चौक लगभग 11 किलोमीटर-लिंक मार्ग।
शहर के शिव चौक से होकर शामली जनपद की सीमा तक लगभग 20 किलोमीटर।
शहर के शिव चौक से जनपद बागपत की सीमा तक लगभग 38 किलोमीटर-वाया बुढ़ाना।
शहर के शिव चौक से मंसूरपुर के नावला कोठी तक लगभग 21 किलोमीटर-वाया वहलना।
मंसूरपुर के गांव नावला कोठी से भंगेला पुलिस चैकी तक- वाया भैंसी कट से होकर लगभग 19 किलोमीटर।
उत्तराखंड के मंगलौर से मेरठ सीमा की गंगनहर मार्ग लगभग 60 किलोमीटर-वाया सलावा झाल।
मंसूरपुर के नावला कट अंडर पास से बागपत सीमा तक-नावला होकर लगभग 18 किलोमीटर।