जनपद में मलेरिया व डेंगू के लिए संवेदनशील, अलर्ट मोड में कार्य करें अधिकारी-डीएम

बदायूँ । कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान की जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि परस्पर विभागीय समन्वय के साथ अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि जनपद मलेरिया व डेंगू के लिए संवेदनशील है इसलिए सभी विभागीय अधिकारी अलर्ट मोड में कार्य करें। इस अवसर पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े आयोजन के संबंध में भी दिशा निर्देश दिए गए।

जिलाधिकारी के संज्ञान में आया कि 21 नगर निकायों में से तीन के ही अभी तक माइक्रोप्लान आए हैं। उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि सभी संबंधित विभाग तत्काल स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएं, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित कार्मिकों का संवेदीकरण कार्यक्रम समय से पूर्ण कराया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्राम व शहरों में फॉगिंग, एंटी लारवा छिड़काव कराया जाए। उन्होंने कहा कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य विभाग मा0 जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करें।

मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने कहा कि संबंधित विभाग अपने अधीनस्थों का संवेदीकरण कार्यक्रम समय से पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि विभिन्न बिंदुओं पर कराए जाने वाले कार्य में किसी भी बिंदु पर प्रतिशत राज्य औसत से कम नहीं आना चाहिए। इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 जुलाई से प्रारंभ होगा व आगामी 31 जुलाई तक चलेगा। उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान 17 जुलाई से प्रारम्भ होगा। उन्होंने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा जो कि 24 जुलाई 2023 तक चलेगा।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्वास्थ्य उपकेंद्र पर सास-बहू-बेटा कार्यक्रम आयोजित कराया जाएगा तथा प्रत्येक ब्लॉक व जनपद स्तर पर जनसंख्या पखवाड़े के अंतर्गत व्यापक प्रचार प्रसार के लिए सारथी वाहन चलेगा, जिससे आमजन को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आशीर्वाद अभियान अंतर्गत ऐसे नव दंपत्ति जिनकी गत एक वर्ष में विवाह हुआ है उनको स्वास्थ्य केंद्रों पर बुलाकर उन्हें किट प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि मलेरिया, टायफाइड, डेंगू हेपेटाइटिस, एचआईवी व कोरोना आदि संचारी रोग होते हैं।

इस अवसर पर डॉ सुधा सोलंकी, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डॉ0 पलविन कौर, डीएमओ डॉ योगेश कुमार डीटीओ डॉ0 विनेश कुमार व अन्य चिकित्सा अधीक्षक संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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