बदायूँ। जिला सहकारी बैंक के आज हुए चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता जे०के० सक्सेना निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित घोषित हुए। वहीं भाजपा नेत्री रानी सिंह पुंडीर निर्विरोध उपाध्यक्ष निर्वाचित घोषित हुई हैं और 14 संचालक भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए हैं। जिला सहकारी बैंक पर भाजपा शासनकाल में दूसरी बार पार्टी का कब्जा हुआ है। किसी गैर भाजपा दल के प्रत्याशी द्वारा नामांकन नही कराए जाने के कारण संचालक और अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नही हुआ। सभी पदों पर भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो गए।
जिला सहकारी बैंक के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जे०के० सक्सेना इससे पूर्व भाजपा ब्रज क्षेत्र के उपाध्यक्ष रह चुके हे। इसके अलावा वह इससे पूर्व भाजपा संगठन में विभिन्न पदों पर रह चुके हे और लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहने की वजह से ही भाजपा हाईकमान ने उनकी पार्टी के प्रति आस्था, निष्ठा और समर्पण भावना को देखते हुए सहकारी बैंक अध्यक्ष का पद ईनाम बतौर दिया जाना माना जा रहा है। उन्होंने निर्वाचित होने के बाद कहा है कि उनकी सबसे पहली प्राथमिकता घाटे में चल रही सहकारी बैंक को लाभ में पहुंचाना रहेगा। खाता धारकों और कर्मचारियों का हित सुरक्षित करना और बैंक की सेवाएं बेहतर करना है।
जिला सहकारी बैंक के चुनाव में उझानी निवासी भाजपा नेत्री रानी सिंह पुंडीर निर्विरोध उपाध्यक्ष निर्वाचित घोषित हुई है। चुनाव अधिकारी दातागंज के एसडीएम धर्मेंद्र सिंह ने सभी को जीत का प्रमाण पत्र दिया है।
इसके अलावा जिला सहकारी बैंक के 14 संचालक भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए है। जिसमें अंबियापुर से हेमेंद्र गोतम, आसफपुर से धीरज रानी, उझानी से रानी सिंह पुंडीर, उसावाँ से सुशीला देवी, गुन्नौर से ममता शर्मा, जुनावई से हितेंद्र शंखधर, दातागंज से देवेंद्र शाक्य, बदायू से जे०के० सक्सेना, म्याऊ से अनुज शर्मा, सहसवान से हर्ष राजपूत, सलारपुर से अजय पाल सिंह, व्रतिक क्षेत्र से अतेंद्र विक्रम सिंह, व्रतीक क्षेत्र से विश्वजीत गुप्ता, व्रातिक क्षेत्र से अर्जुन सिंह समेत 14 संचालक चुने गए हैं।
इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री बी०एल० वर्मा, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, साँसद डॉ० संघमित्रा मौर्य, एमएलसी वागीश पाठक, सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता, डीसीडीएफ चेयरमैन रविन्द्र पाल सिंह, पूर्व मंत्री विमल कृष्ण अग्रवाल, पूर्व मंत्री हीरालाल कश्यप, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अशोक भारतीय, शारदेन्दु पाठक, राजीव सिंह, एमपी सिंह राजपूत, शारदाकांत शर्मा, शैलेंद्र मोहन शर्मा, आशीष शाक्य आदि उपस्थित रहे।