भगवा त्रिशूल यात्रा का मेरठ में भव्य स्वागत
जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने किया आयोजन का संचालन
120 पवित्र त्रिशूलों के 4 विशाल भव्य वाहनों के साथ यात्रा में चल रहा 200 से अधिक गाड़ियों का हुजूम
मेरठ में जुटे हजारों IMPC के कार्यकर्त्ता, मेरठ के अलग अलग स्थानों पर हुआ यात्रा का भव्य स्वागत
मेरठ। अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद (IMPC) द्वारा आयोजित भगवा त्रिशूल यात्रा का मेरठ में भव्य स्वागत किया गया। हजारों श्रद्धालुओं और सनातन धर्म प्रेमियों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का अभिनंदन किया। मेरठ के चौधरी चरण सिंह विवि और कमिश्नरी चौराहे से होते हुए यात्रा हरिद्वार के लिए प्रस्थान कर गई। इस आयोजन का संचालन जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने किया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संयोजित किया।
धार्मिक आस्था और संस्कृति का संगम
भगवा त्रिशूल यात्रा 1 मार्च, 2025 को प्रयागराज से आरंभ हुई थी और यह 12 ज्योतिर्लिंग, 4 धाम और 12 शक्तिपीठों की पवित्र यात्रा कर रही है। इस पहल के तहत उत्तर प्रदेश के 120 शिव मंदिरों को डिजिटल रूप से जोड़ने का संकल्प लिया गया है, जिनमें से 12 मंदिर विदेशों में स्थित हैं। इस आध्यात्मिक यात्रा का उद्देश्य धार्मिक स्थलों का संरक्षण और युवाओं को सनातन संस्कृति से जोड़ना है।
मेरठ में हुआ ऐतिहासिक स्वागत
यात्रा का रूट हापुड़ बाईपास, धीर खेड़ा, बिजौली और तेजगढ़ी होते हुए चौधरी चरण सिंह विवि और मेरठ कमिश्नरी से गुजरा। इसके बाद यात्रा रुड़की रोड, डौरली, मोदीपुरम, बीकानेर चौराहा, पल्लवपुरम और दौराला टोल प्लाजा होते हुए हरिद्वार के लिए आगे बढ़ गई। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए और पूरे मार्ग में भजन-कीर्तन एवं जयकारों से माहौल भक्तिमय बना रहा।
अनेक स्थलों पर हुआ भव्य स्वागत
भगवा त्रिशूल यात्रा का मेरठ में विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा, भजन-कीर्तन और दीप जलाकर यात्रा का अभिनंदन किया। इस दौरान कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने यात्रा के प्रति अपनी आस्था प्रकट की।
इस पूरे कार्यक्रम में गौरव चौधरी ने बतौर होस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यात्रा से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया और श्रद्धालुओं को इस आध्यात्मिक यात्रा की महत्ता से अवगत कराया।
शांति और व्यवस्था का रखा गया विशेष ध्यान
यात्रा के दौरान पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा, जिससे यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद (IMPC) के राष्ट्रिय कार्यकारी अध्यक्ष राजेश यादव ने इस अवसर पर कहा,”भगवा त्रिशूल यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का प्रतीक है। इस यात्रा ने लाखों श्रद्धालुओं को आस्था और धर्म से जोड़ा है। मेरठ में यात्रा को जिस भव्यता और श्रद्धा के साथ स्वागत मिला, वह हमारे सांस्कृतिक गौरव का प्रमाण है।”
उन्होंने यात्रा के शांतिपूर्ण और सफल संचालन के लिए प्रशासन, पुलिस बल और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह पहल सनातन धर्म की विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के संकल्प को और मजबूत करेगी।
IMPC के राष्ट्रीय महामंत्री एवं AVPL इंटरनेशनल के चेयरमैन दीप सिहाग सिसाय ने यात्रा के भव्य स्वागत पर कहा,
“भगवा त्रिशूल यात्रा सनातन संस्कृति और परंपरा का पुनरुत्थान है। इस यात्रा के माध्यम से हम भारत के प्राचीन धार्मिक स्थलों को संरक्षित करने और उन्हें आध्यात्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। युवाओं को सनातन धर्म और इसकी महान विरासत से जोड़ना हमारा मुख्य उद्देश्य है। मेरठ में जिस श्रद्धा और उत्साह के साथ इस यात्रा का स्वागत हुआ, वह इस बात का प्रमाण है कि सनातन संस्कृति की जड़ें कितनी मजबूत हैं। हम इस समर्थन और आशीर्वाद के लिए सभी भक्तों और सहयोगियों का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।”
अगला पड़ाव – दिल्ली में महासम्मेलन
भगवा त्रिशूल यात्रा का समापन 25 मार्च को दिल्ली में एक भव्य महासम्मेलन के साथ होगा, जिसमें देशभर से संत, महंत, धर्मगुरु और श्रद्धालु शामिल होंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन में सनातन संस्कृति, मंदिरों के संरक्षण और आध्यात्मिक एकता पर विशेष चर्चा की जाएगी।