जिले की सात सीएचसी को मिला कायाकल्प का पुरस्कार 

 मवाना ने तीसरी बार व दौराला व माछरा को पहली बार मिला पुरस्कार 

 एक लाख की मिलने वाली राशि में 75 प्रतिशत व्यवस्था के सुदृढ करने में खर्च की जा सकेगी

 मेरठ।  जिले के सात सामुदायिकस्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को वर्ष 2023-24 के लिए कायाकल्प पुरस्कार मिला है। इन सभी सीएचसी को एक एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी जिनमें से पचहत्तर फीसदी की धनराशि इनकी व्यवस्था के सुदृढ करने में खर्च की जा सकेगी। दौराला और माछरा सीएचसी ने पहली बार यह पुरस्कार जीता है। जबकि मवाना सीएचसी ने यह पुरस्कार तीसरी बार जीता है। यह  जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कटारिया ने दी। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस उपलब्धि के लिए सभी सीएचसी अधीक्षक, उनकी टीम, नोडल अधिकारी डॉ  कान्ति प्रसाद, डीपीएम मनीष विसारिया और कार्यक्रम सहायक क्वालिटी  सुरेश कुमार समेत सभी मंडलीय और जनपदीय सहयोगियों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि मिशन निदेशक से प्राप्त पत्र के अनुसार प्रदेश की 425 सीएचसी को यह पुरस्कार मिला है। इनमें मेरठ जिले की मवाना, माछरा, दौराला, हस्तिनापुर, खरखौदा,परिक्षतगढ़ और  सरूरपुर सीएचसी शामिल हैं। मेरठ की मवाना सीएचसी ने तीसरी बार पुरस्कार प्राप्त किया है और इसे जिले में सर्वाधिक 83.29 स्कोर प्राप्त हुआ है पुरस्कार के रूप में प्राप्त धनराशि में से 25 फीसदी का इस्तेमाल कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार के तौर पर खर्च किये जाने का प्रावधान है।

70 फीसदी से अधिक स्कोर अनिवार्य 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष विसारिया ने बताया कि इंफेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी सर्विसेज, स्वच्छता जैसे मानकों के आधार पर सीएचसी का मूल्यांकन किया जाता है। मूल्यांकन के लिए बाहर से आने वाली टीम जिन सीएचसी को सत्तर फीसदी से अधिक अंक मिलते हैं उन्हें ही यह अवार्ड दिया जाता है। जिले की इकाइयों को तैयार करने में क्वालिटी कार्यक्रम सहायक सुरेश कुमार की अहम भूमिका रही है। इस पुरस्कार के लिए प्रत्येक वर्ष मूल्यांकन होता है । यह मूल्यांकन सीएचसी, पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर श्रेणी में अलग अलग किया जाता है।

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