बदायूं में महिला IPS बन इन लोगों को बनाता था निशाना,गिरफ्तार, शातिर के ये राज सुनकर हुए सब हैरान

बदायूँ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 बृजेश कुमार सिंह के आदेशानुसार अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम के विरूद्ध चलाये जा रहे विशेष अभियान के क्रम में एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव के निर्देशन में तथा क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस द्वारा व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा एक शातिर ठगी करने वाला संकेत यादव पुत्र उमाशंकर यादव निवासी थापकबाड निकट सरकारी अस्पताल पाटन थाना पाटन जनपद जबलपुर मध्यप्रदेश थाना कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि दिनाँक 17-07-2024 को वादिनी गीता पत्नी धर्मेशपाल निवासी निचीनिनहोर कस्बा व थाना सहसवान बदायूँ के मो0 नं0 पर काल करके अज्ञात व्यक्ति द्वारा बताया कि तुम्हारी लड़की मेरे कब्जे में है जो अभी दिल्ली में है। तुम मुझे 25000/-रु0 तुरन्त भेज दो नहीं तो तुम्हारी लड़की को जान से मार देंगे व उसके ऊपर तेजाब डालकर शरीर को नष्ट कर देंगे। जिसके सम्बन्ध में वादिनी की लिखित तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया।

उक्त घटना के अऩावरण हेतु तेजतर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में थाना कोतवाली व एसओजी की संयुक्त टीम बनाकर आवश्यक दिशा- निर्देश दिए गए। संयुक्त टीमों द्वारा गैंग छानबीन सुरागरसी व पतारसी एवं इलैक्ट्रानिक सर्विलांस का उपयोग करते हुए घटना का सफल अनावरण कर शातिर ठगी करने वाला संकेत यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। जिले के तेजतर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा करते हुए बताया कि शातिर संकेत यादव उपरोक्त अपने निजी आवास पर न रह कर ट्रेनों व बस द्वारा लगातार यात्रा करता रहता है। दौराने यात्रा घटनाओं को अंजाम देता था और होटल पर खाना, नहाने धोने के लिये सुलभ शौचालय तथा सोने के लिए बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों का प्रयोग करता है। प्रत्येक घटना के लिये नया मोबाइल नम्बर व नया मोबाइल प्रयोग करता है। तथा लगभग 06 माह से अपने घर नहीं गया है। और दोस्तों के साथ मिलकर गूगल के माध्यम से पंजीकृत गुमशुदगी को निकालकर गुमशुदा के घरवालों व जॉचकर्ता पुलिस अधिकारी के मोबाईल नम्बरों पर फोन करके गुमशुदा की बरामदगी कराने का फर्जी झासा तथा गुमशुदा के साथ अप्रिय घटना करने की धमकी देकर उनके परिजनों से आनलाइन रुपये जनसेवा केंद्र व अपने बुआ के लड़के राहुल के खाते में आनलाइन बारकोड भेजकर रुपये बैंक खाते में डलवाता है। बाद में पैसों की जरुरत पड़ने पर जनसेवा केंद्र से कैश प्राप्त कर लेता है।

उन्होंने बताया कि ज्वैलर्स की दुकानो को गुगल के माध्यम से सर्च कर उनके स्वामियों का मोबाइल नंबर प्राप्त कर उनके मोबाइल नम्बरों पर पुलिस अधिकारी बन कर कॉल करता है। ज्वैलरी की दुकानों के मालिक से चोरी का सामान खरीदना बताकर ठगी करता है। पूर्व में भी संकेत यादव उपरोक्त द्वारा थाना उझानी क्षेत्रान्तर्गत सर्राफा कारोबारी के साथ पुलिस अधिकारी बनकर काल करके झांसे में लेकर 25000/-रु0 का फ्रॉड किया गया था। वही उससे कड़ी पूछताछ में बताया कि जबलपुर में इसके कुछ साथी भी हैं जो इसी प्रकार मोबाइल की दुकान पर दुकानदार को चोरी का मोबाइल खरीदने की बात कहकर झांसा देकर रुपये डलवाते हैं। ज्वैलर्स एवं अन्य लोगों को भी इसी प्रकार झांसा देकर ठगी करते हैं। और गूगल पर तथा आनलाइन मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से तथा बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशनों पर चस्पा गुमशुदा पम्पलेट से गुमशुदगी की जानकारी सर्च कर उस पर अंकित मोबाइल नं0 पर गुमशुदा के परिवारीजन तथा जाँचकर्ता पुलिस अधिकारी से सम्पर्क करते हैं। तथा गुमशुदा की बरामदगी का लालच व उसके साथ घटना करने की धमकी देकर महिला की आवाज निकालकर झांसे में लेकर परिवारिजनों से आनलाइन रुपये अपने परिचित ग्राहक सेवा केंद्र व रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर करा लेता है। वही इस घटनाक्रम को खुलासा करने वाली कोतवाली और एसओजी टीम की एसएसपी ने प्रशंसा की है और साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा की वृद्धि करने के भी आदेश दिए गए हैं। कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम की लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऐसी घटनाओं को लेकर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा और साइबर ठगी और फर्जी कॉल से हमें सावधान रहना होगा।

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