मुजफ्फरनगर । राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता माह के अंतर्गत संयुक्त जिला चिकित्सालय मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत क्लब फुट पर कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्था अनुष्का फाउंडेशन के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस जागरूकता कार्यक्रम में , मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राकेश कुमार , ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. पी के चतुर्वेदी ने बताया कि क्लब फुट एक जन्मजात दोष है, जो समय से उपचार शुरू करने पर पूर्णता ठीक हो जाता है । इस दोष से ग्रसित बच्चों के एक या दोनों पैर अंदर की ओर मुड़े हुए होते हैं यह बीमारी ना तो कलंक है और न ही माता-पिता की किसी कमी के कारण होती है। हर 800 नवजात शिशुओं में से किसी एक बच्चे को क्लब फुट का दोष होता है। देश में इस समय लगभग 33000 बच्चे इस जन्मजात दोष के साथ प्रतिवर्ष पैदा होते हैं। जन्मजात दोष ऐसे संरचनात्मक परिवर्तन है जो शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं । वह शरीर के दिखने वाले अंग काम करने के तरीके या दोनों को प्रभावित करते हैं । उसी में से एक क्लब फुट ऐसा दोष है , जिसमें नवजात बच्चों के पर अंदर की ओर मुड़कर विकृति पैदा करते हैं इलाज न करने पर गंभीर रूप से विकलांग हो सकते हैं। अनुष्का फाउंडेशन पिछले पांच वर्षों से मुजफ्फरनगर में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। इन पांच वर्षों के दौरान लगभग 78 बच्चे का इलाज संस्था के द्वारा निशुल्क कराया जा रहा है, इसमें इलाज तीन चरणों में किया जाता है, पहले चरण में बच्चों को निशुल्क प्लास्टर लगाया जाता है , उसके पश्चात एक छोटा चीरा (टिनोटमी) करते हैं , तीसरे चरण में बच्चों को जूते व बार पहने होते हैं। यह एक विशेष प्रकार के ब्रेस होते हैं जिन्हें बच्चों के पांच साल तक होने तक पहनना होता है ।इन तीनों चरणों के सही प्रकार से होने से बच्चा पूर्णता ठीक हो जाता है । इस बीमारी का कोई भी विशिष्ट कारण ज्ञात नहीं है। सीएमओ डॉ एम एस फौजदार ने बताया कि इलाज न करने पर बच्चों में भेदभाव अपेक्षा व मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं व शारीरिक यौन शोषण का खतरा अधिक बढ़ जाता है। कार्यक्रम में अनुष्का फाउंडेशन के मनीष जोशी मौजूद रहे।क्लब फुट से ग्रासित बच्चों का इलाज प्रत्येक मंगलवार को जिला अस्पताल मुजफ्फरनगर में कमरा नंबर 9 मै किया जाता है इस नंबर पर सम्पर्क करें 8976852155