मेरठ। दुनिया को 2030 तक टीबी से मुक्त करने के वैश्विक लक्ष्य को लेकर भारत ने भी प्रतिबद्धता के साथ कदम बढ़ाया है। केंद्र सरकार देश की प्रत्येक ग्राम पंचायत को 2025 तक इस बीमारी से पूरी तरह छुटकारा दिलाने के लिए ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान चलाया है, जिसको लेकर गार्मीण समाज विकास केंद्र ने दौराला व मवाना ब्लॉक के 50 गावं में कार्य तेज कर दिया है। जल्द ही यह 50 गांव टीबी मुक्त की श्रेणी में आएंगें।
ग्रामीण समाज विकास केंद्र के सचिव मेहर चंद ने बताया कि स्वस्थ ग्राम पंचायतों के लक्ष्य को धरातल पर उतारने के लिए पंचायतीराज मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने साझेदारी के साथ अभियान चलाया गया है, जिसको पूरा करने के लिए संस्था ने दौराला व मवाना ब्लॉक के 50 गावं में कार्य तेज कर दिया है। जल्द ही यह 50 गांव टीबी मुक्त की श्रेणी में आएंगें।
उन्होंने बताया कि ‘टीबी मुक्त पंचायत’ बनाने के लिए संस्था द्रावा जगह-जगह हेल्थ कैंप लगवाए जाएंगे, निक्षय दिवस पर स्वास्थ्य विभाग को सपोर्ट करेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग हो सके और जांच में मिले टीबी मरीजों का इलाज शुरु करवाया जा सके।
जनभागीदारी और जागरुकता पर जोर
प्रत्येक ग्राम पंचायत में टीबी से मुक्ति के लिए जनभागीदारी बढ़ाते हुए जागरुकता कार्यक्रम चलाए ज रहे हैं। वैसे जनभागीदारी के जरिए पहले ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक निक्षय कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें कोई भी व्यक्ति या संस्थान टीबी रोगियों के इलाज और खानपान की जिम्मेदारी ले सकता है।