बिजनौर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शनिवार को बिजनौर जिले की चांदपुर विधानसभा क्षेत्र के नूरपुर में स्थित खालसा इंटर कॉलेज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भारत का विश्ववप फाइनल मुकाबला अगर लखनऊ के इकाना स्टेडियम में होता तो अंजाम कुछ और होता।
अखिलेश ने कहा, “इस स्टेडियम को मैंने भगवान के नाम पर बनवाया था। बाद में बीजेपी के लोगों ने स्टेडियम का नाम बदलकर प्रधानमंत्री के नाम पर कर दिया। इसी का परिणाम है कि हमारे देश की टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। जब से इंडिया हारा है, तब से डिक्शनरी में न जाने कहां से नया शब्द आ गया है, कभी-कभी कुछ नाम जनता दे देती है। वह शब्द ऐसा निकाल कर आया है कि अगर, मैं आपकी भाषा में बोलूं यह शब्द तो मेरे मुंह से निकाले नहीं निकल रहा।” दरअसल, वह पनौती शब्द बोलना चाह रहे थे। लेकिन, उच्चारण करने से बचते दिखे।
गौरतलब है कि विश्व कप में हार के बाद प्रधानमंत्री के लिए ‘पनौती’ शब्द ट्विटर पर कई दिनों तक ट्रेंड करता रहा, जिसका जिक्र कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक रैली के मंच से किया, जिसके बाद उन्हें चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया।
सपा प्रमुख ने कहा, “लोगों का कहना है कि अगर समाजवादी पार्टी के बनवाए हुए स्टेडियम में भारत का मैच होता तो अंजाम कुछ और ही होता। उन्होंने कहा, बीजेपी के लोग दावा करते हैं कि हमारा देश ‘विश्व गुरु’ बन जाएगा। जो देश जीतकर गया है, उसकी आबादी केवल 3 करोड़ है। आज भी आप देखोगे तो उसकी आबादी 3 करोड़ है। बड़ा हो सकता है, लेकिन हमारा देश 140 करोड़ की आबादी वाला है। इसके बावजूद हम वर्ल्ड कप जीत नहीं पाए। हमारे वर्ल्ड कप से ज्यादा महत्व समाज में जितना भाईचारा होगा जितना हम आप लोग मिलकर रहेंगे उतना ही देश मजबूत दिखाई देगा।”
उन्होंने आगे कहा, “लखनऊ के सपा कार्यालय से ‘समाजवादी सामाजिक न्याय यात्रा’ की शुरुआत हुई थी, तभी मैंने कहा था कि इसके समापन कार्यक्रम में पहुंचकर सभी को सम्मानित करने व हौसला बढ़ाने का काम करूंगा। कार्यक्रम के तहत आज मैं इस समर्पण कार्यक्रम में पहुंचा हूं। इस यात्रा के सभी साथियों को मैं बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं।”
सपा नेता ने कहा कि जो इस यात्रा को लेकर निकले हैं और पीडीए को अपनी यात्रा में शामिल किया है, जब कभी भी समाजवादियों को मौका मिलेगा बाबा भीमराव अंबेडकर जी के दिए हुए संविधान के तहत हम उनको सम्मान देने का काम करेगा। यही पीडीए एनडीए को हराएगा। पीडीए का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के लोग नहीं कर सकते।
अखिलेश ने कहा, देश के सभी दल कह रहे हैं कि जाति जनगणना हो। जाति के हिसाब से आरक्षण मिले कुछ प्रदेशों में पिछड़ों को आरक्षण मिल ही नहीं रहा है। बीजेपी सरकार में लोगों को ना तो रोजगार मिला है। पिछड़ी जातियों को लोगों ने समझ लिया है कि अगर बीजेपी की सरकार रही तो बाबा भीमराव अंबेडकर संविधान के तहत ये हमसे सारे अधिकार छीन लेंगे। बीजेपी के द्वारा बड़ी-बड़ी संस्थाओं को बेचा जा रहा है।जहां पर बड़े पैमाने पर नौकरी मिल सकती थी उन संस्थाओं को बेचने का काम किया जा रहा है। धीरे-धीरे हो सकता है कि यह स्थिति हो जाए कि यह ऐसा माहौल बना दे जिससे हमारी नौकरी और रोजगार छीन लिया जाए। जब से इनकी सरकार आई है हमारे पिछड़े भाइयों को कहीं नौकरी नहीं मिल रही।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) ही एनडीए को हराएगा। पीडीए का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के लोग नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि देश के सभी राजनीतिक दल कह रहे हैं कि जाति जनगणना हो। जाति के हिसाब से आरक्षण मिले कुछ प्रदेशों में पिछड़ों को आरक्षण मिल ही नहीं रहा है। भाजपा सरकार में लोगों को ना तो रोजगार मिला है। पिछड़ी जातियों को लोगों ने समझ लिया है कि अगर भाजपा की सरकार रही तो बाबा भीमराव अंबेडकर संविधान के तहत ये हमसे सारे अधिकार छीन लेंगे। भाजपा के द्वारा बड़ी-बड़ी संस्थाओं को बेचा जा रहा है। जहां पर बड़े पैमाने पर नौकरी मिल सकती थी उन संस्थाओं को बेचने का काम किया जा रहा है। धीरे-धीरे हो सकता है कि यह स्थिति हो जाए कि यह ऐसा माहौल बना दे, जिससे हमारी नौकरी और रोजगार छीन लिया जाए। जब से इनकी सरकार आई है हमारे पिछड़े भाइयों को कहीं नौकरी नहीं मिल रही।
सीएम योगी पर निशाना साधते हुए अखिलेश बोले, ”हमारे मुख्यमंत्री जो उत्तर प्रदेश के हैं। जब उन्हें झूठ बोलना पड़ता है, तब वह अंग्रेजी में बोलते हैं। हमारी आम जनता समझ ना पाए इसलिए वह अंग्रेजी में बोलते हैं। अभी कुछ दिन पहले उन्होंने कहा कि हमारी रेवेन्यू सर प्लस है। हमारे नूरपुर के भाइयों बहनों कितने लोगों को समझ में आ गया होगा कि सरप्लस क्या है। सरकार कहती है कि जीरो टॉलरेंस है। क्या ये जब जीरो टॉलरेंस को नहीं बता पा रहे हो तो इनका कोई अधिकारी ही बताएं जीरो टॉलरेंस क्या है। इन लोगों से सावधान रहना, जब इन्हें झूठ बोलना होता है तभी अंग्रेजी बोलते हैं।”
उन्होंने कहा कि अगर रेवेन्यू सरप्लस है तो पेट्रोल डीजल महंगा क्यों मिल रहा है। सिलेंडर पर सब्सिडी दी गई थी, अब सरकार उनसे ज्यादा पैसे क्यों वसूल रही है। अगर रेवेन्यू सरप्लस है, तो किसानों के गन्ने की कीमत क्यों नहीं बढ़ी। रेवेन्यू सरप्लस है, तो नौजवानों के पास नौकरी क्यों नहीं है। इस सरकार में केवल 4 प्रतिशत रोजगार है। किसी गांव में चले जाओ आप हो सकता है, गांव ही बेरोजगार बैठा हो। इसलिए साथियों हम आपसे कहना चाहते हैं। कि जीरो टॉलरेंस वाले लोग बहुत अन्याय कर रहे हैं। इनसे सावधान रहने जरूरत है।
अखिलेश ने कहा, ”अगर समाजवादी पार्टी के लोग जनता की आवाज उठाएंगे तो इन पर मुकदमा दर्ज हो जाएगा। एक नहीं दो नहीं तीन। अगर, आप वोट देने जाएंगे तो नई चार्जशीट तैयार रखते हैं। मैं आपको कानपुर की घटना बताना चाहता हूं। एक किसान गरीब जिसकी जमीन का सौदा बीजेपी के लोगों ने कर दिया। नेताओं ने कहा कि हम तुम्हें 6 करोड़ रुपये देंगे। किसान को लगा कि हमारी अगर जमीन बिक जाएगी तो हमारी गरीबी दूर हो जाएगी। किसान से बीजेपी के नेता ने कहा कि चेक में गड़बड़ी हो गई है। हमें यह चेक वापस कर दो। किसान ने जब चेक वापस कर दिया, तब भाजपा नेता ने उसे फाड़ दिया। किसान भटकता रहा। बीजेपी नेता उसको इधर-उधर टहलाते रहे। आखिरकार उसने आत्महत्या कर ली। उस पीडि़त परिवार को आज तक न्याय नहीं मिला है।”