कोलकाता। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पश्चिम बंगाल में 20 हजार करोड़ के निवेश की घोषणा की है। यह निवेश अगले तीन सालों में किया जाएगा। कोलकाता में चल रहे 7वें बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में मुकेश अंबानी ने कहा कि “रिलायंस बंगाल के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। रिलायंस ने अब तक बंगाल में करीब 45,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अगले तीन वर्षों में हम 20 हजार करोड़ का अतिरिक्त निवेश करेंगे।“
20 हजार करोड़ का यह निवेश टेलीकॉम, रिटेल और बायो एनर्जी सेक्टर में किया जाएगा। अंबानी ने बताया कि हम 5जी को राज्य के हर कोने तक ले जा रहे हैं, खासकर ग्रामीण बंगाल को जोड़ा जा रहा है। बंगाल के अधिकांश हिस्सों को हमने कवर कर लिया है। जियो का नेटवर्क राज्य में 98.8% और कोलकाता टेलीकॉम सर्कल में 100% जनसंख्या को कवर करता है। जियो का मजबूत नेटवर्क पश्चिमी बंगाल में रोजगार के साथ बड़े पैमाने पर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और कृषि को बढ़ावा देगा।
रिलायंस रिटेल अगले दो वर्षों में पश्चिमी बंगाल में करीब 200 नए स्टोर खोलने की योजना बना रहा है। अभी रिलायंस के करीब 1000 स्टोर्स बंगाल में काम कर रहे हैं जो बढ़कर 1200 हो जाएंगे। मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारे रिटेल बिजनेस से बंगाल के सैकड़ों छोटे व मझौले व्यवसायी व करीब 5.5 लाख किराना दुकानदार जुड़े हैं। नए स्टोर्स खुलने से उनको फायदा होगा। प्रभुजी, मुखरोचक, सिटी गोल्ड, बिस्क फार्म जैसे बंगाल के कई क्षेत्रीय ब्रांड्स का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि रिलायंस रिटेल के जरिए हम इन ब्रांड्स को पूरे देश में ले जा रहे हैं।
भारत की सबसे बड़ी बायो एनर्जी उत्पादक, रिलायंस अगले तीन वर्षों में 100 कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाएगी। इन प्लांट्स में 5.5 मिलियन टन कृषि अवशेष और जैविक कचरे की खपत होगी। जिससे करीब 2 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी और सालाना 2.5 मिलियन टन जैविक खाद का उत्पादन होगा। मुकेश अंबानी ने कहा कि हम किसानों को बड़े स्तर पर एनर्जी बागान लगाने में मदद करेंगे। जिससे वे अन्नदाता के साथ ऊर्जादाता भी बन सकेंगे और उनकी आय भी बढ़ेगी।
मुकेश अंबानी ने अपने भाषण में रिलायंस फाउंडेशन द्वारा प. बंगाल में किए जा रहे कामों का भी जिक्र किया। इनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं कोलकाता के प्रसिद्ध कालीघाट मंदिर का नवीनीकरण और पुनर्उद्धार। सदियों पुराने इस मंदिर की मरम्मत और सौंदर्यीकरण का काम रिलायंस फाउंडेशन कर रहा है। फाउंडेशन की ‘स्वदेश’ पहल के तहत भारत की समृद्ध और विविध पारंपरिक कला और शिल्प को भारत और विश्व स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है। बंगाल में शिल्पकारों की युवा पीढ़ी के लिए रिलायंस फाउंडेशन राज्य सरकार के सहयोग से प्रशिक्षण संस्थान बनाएगी। साथ ही बुनकरों, कारीगरों और हस्तशिल्पियों के उत्पाद को फाउंडेशन, रिलायंस के रिटेल चैनलों पर बेचेगा इसके लिए ‘बिस्वा बांग्ला कॉर्पोरेशन’ के साथ एक समझौता किया गया है।