ग्राम मवई में सोते समय बरपा कहर, लेंटर गिरने से पति पत्नी दो पुत्रों की मौत

स्याना/नरसेना : सिर पर छत की तसल्ली के साथ सुकून की नींद सोए परिवार पर मौत कहर बनकर टूट पड़ी। नवनिर्मित लेंटर भरभरा कर गिर पड़ा जिसकी चपेट में आकर मकान में सोया परिवार मलबे में दब गया तथा 4 की असामयिक मौत हो गई। स्याना तहसील क्षेत्र के नरसेना थानांतर्गत ग्राम मवई में सोते हुए परिवार पर 18 घंटे पहले निर्मित किया गया लेंटर भरभरा कर गिर पड़ा। भोर के समय हुई उक्त घटना के चलते मकान में सो रहे 12 जन मलबे से दब गए। लेंटर के मलबे से दबे चोटिल पति-पत्नी व उनके 2 पुत्रों की जान चली गई। अन्य 8 घायलों को चिकित्सा दी गई है, उन्हें गंभीर चोटें नहीं हैं। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने बताया कि उक्त दुर्भाग्यपूर्ण घटना सुबह 4 बजे के दौरान घटी। बताया कि ग्राम मवई निवासी राजपाल ने गत मंगलवार को प्रथम तल पर लेंटर निर्मित कराया था। मंगलवार को वर्षा भी काफी हुई थी। अतिवृष्टि के चलते रात में छत बैठ गई, जिसके चलते नीचे का हिस्सा भी बैठ गया। लेंटर का मलवा भूतल पर सो रहे परिवार पर आ गिरा। घटना में राजपाल, उनकी पत्नी तथा उनके पुत्रगण धर्मेंद्र व कुलदीप की असामयिक मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को मौके पर भेजा। स्याना के उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार व पुलिस क्षेत्राधिकारी भास्कर कुमार मिश्रा की देखरेख में ग्रामीणों के सहयोग से चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मलबे में दबे 8 घायलों को बचाते हुए चिकित्सा हेतु ले जाया गया। जिलाधिकारी सीपी सिंह ने बताया कि घटना की वजह प्रथम दृष्टया समझी जा रही है कि मकान का भूतल काफी पुराना बना हुआ था। राजपाल ने मंगलवार को प्रथम तल बनवाकर छत निर्मित कराई थी। मंगलवार को वर्षा भी बहुत हुई थी। घटना को दैवीय आपदा करार देते हुए उन्होंने बताया कि संबंधित परिवार में कुल 16 लोग हैं, जिनमें से कुछ नोएडा में रहकर मजदूरी का कार्य करते हैं। घटना के चलते 4 की असामयिक मृत्यु हुई है। चार मृतकों से संबंधित चार-चार लाख रुपए आर्थिक सहायता की जाएगी। घर की क्षति के संबंध में पूरी सहायता व पीड़ित परिवार के साथ अन्य सहायताओं सहित मानवीय सहायता की जाएगी। घटना में असामयिक मृत्यु का शिकार बने चारों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए। घटना से पीड़ित परिवार में हाहाकार मचा हुआ है तथा गांव में भी शोक का माहौल है।

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