सहारनपुर। सहारनपुर के जनता रोड पर चकहरेटी स्थित बाल गृह (बालिका) प्रकरण में पुलिस ने पूर्व प्रबंधक प्रबंधक वीपी सिंह व पूर्व अधीक्षिका पिंकी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जिससे कर्मचारियों में खलबली मच गई। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है और इस मामले में बालिकाओं के भी बयान दर्ज किए हैं।
जानकारी के मुताबिक बाल गृह (बालिका) में रहने वाली बालिकाएं नाजुक अंगों पर मिर्च लगाने, अश्लील वीडियो बनाने और छेड़छाड़ करने का आरोप प्रबंधक वीपी सिंह पर लगा चुकी है। आरोप यह भी लगाया है कि इस कार्य में अधीक्षिका पिंकी भी प्रबंधक का साथ देती थी। सीओ बेहट रूचि गुप्ता और महिला थाना प्रभारी मोनिका चौहान के साथ महिला पुलिसकर्मियों की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। सूत्र बताते हैं कि जांच में सीओ बेहट को अहम साक्ष्य मिले हैं, जिसमें बालिकाओं के आरोपों की पुष्टि हो रही है। इसके आधार पर पुलिस आरोपियों पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाएगी। वहीं, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि वीपी सिंह और पिंकी को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बृहस्पतिवार को बालिकाओं ने बाल गृह (बालिका) अव्यवस्थाओं के खिलाफ धरना दिया और प्रबंधक पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। जिला प्रोबेशन अधिकारी अभिषेक पांडेय ने मामले की जांच कराई, लेकिन तब बताया गया कि छेड़खानी के आरोप को छोड़कर अन्य सभी आरोप सही पाए गए। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने थाना जनकपुरी में अव्यवस्थाओं, मारपीट और गाली-गलौच व भ्रष्टाचार अधिनियम के के आरोप में प्रबंधक वीपी सिंह, अधीक्षिका पिंकी, हाऊस कीपर रवि व रसोइया मूर्ति देवी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ की इनकी संविदा समाप्त कर बर्खास्त कर दिया था। शनिवार को मीडियाकर्मी बाल गृह (बालिका) पहुंचे तो वहां मौजूद स्टाफ ने उन्हें अंदर जाने से रोका, लेकिन मीडियाकर्मियों को देखते ही बालिकाएं एकत्र हो गई और उन्होंने नाजुक अंगों पर मिर्च लगाने के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे।