छत्तीसगढ़ प्रकरण को लेकर भीम आर्मी ने राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को संबोधित सौंपा ज्ञापन

गंगोह। भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी ने संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ में हुई मोब लिंचिंग की घटना को लेकर राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को संबोधित थाना अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। सोमवार की देर शाम को भीम आर्मी एवं आज़ाद समाज पार्टी के नेतृत्व में लखनौती में कैंडल लेकर मोबलिंचिंग का विरोध करते हुए छत्तीसगढ़ में हुई घटना की घोर निंदा की और गंगोह थाना प्रभारी हृदय नारायण सिंह को ज्ञापन सौंपा।

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में जनपद सहारनपुर के गंगोह थाना क्षेत्र के लखनौती निवासी चाँद पुत्र नौशाद एवं सद्दाम पुत्र नौशाद तथा गुड्डू खान निवासी ग्राम बनत, जनपद शामली को मवेशी तस्करी के संदेह में 12 से 15 हमलावरों ने ट्रक की घेराबंदी करके बेरहमी से पीटा और पुल से नीचे फेंक दिया था, जिसमें लखनौती निवासी चाँद और बनत निवासी गुड्डू की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि सद्दाम गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है।

इस घटना के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने कैंडल लेकर “स्टॉप मोबलिंचिंग”, “जस्टिस फॉर चांद”, “जस्टिस फॉर गुड्डू खान”, और “जस्टिस फॉर सद्दाम” के पोस्टरों के साथ प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को संबोधित ज्ञापन थाना अध्यक्ष को सौंपते हुए भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने वर्ष 2017 में तहसीन पूनावाला बनाम भारत सरकार मामले में संबंधित निर्देश जारी किए थे। और उक्त के संबंध में पूर्व में भी विरोध के स्वर उठ रहे हैं। बावजूद इसके ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है, जो अत्यंत निंदनीय है।

ज्ञापन में मांग की गई कि मृतकों के आश्रितों को 50 लाख रुपए का मुआवज़ा और परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, जबकि गंभीर रूप से घायल सद्दाम को 25 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाए। साथ ही दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए।

इस मौके पर भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी की टीम सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

संवाददाता- आज़ाद खान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *