मेरठ। खरखौदा थाना क्षेत्र के पांच गांव के जंगल में दो युवकों की हत्या करके शव फेंक दिए गए। दोनों के मोबाइल में मिले एक वीडियो में हत्या की आशंका जताई गई। एडीजी मेरठ जोन डीके ठाकुर और आईजी नचिकेता झा ने देर रात खरखौदा थाने में डेरा डाल दिया। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है।
खरखौदा थाना क्षेत्र के पांची के जंगल में बुधवार की रात को कैली गांव के ग्रामीण गए थे। उन्होंने दिल्ली-हापुड़ नेशनल हाईवे पर कैली अंडरपास के निकट बाग में दो युवकों के शव देखे तो शोर मचा दिया। सूचना पर खरखौदा पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस द्वारा मौके पर मिले मोबाइल के जरिए मृतकों की पहचान कराने का प्रयास किया तो शवों की पहचान बिजौली गांव निवासी मनोज पुत्र नरेश नाई और नरहाड़ा गांव निवासी मोंटी पुत्र तिलक जाटव के रूप में हुई। दोनों युवक झांकी में कलाकार बनते थे। फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए। दोनों मृतकों के परिजन थाने पहुंच गए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
एडीजी डीके ठाकुर, आईजी नचिकेता झा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, एसपी क्राइम अनित कुमार, एसपी देहात कमलेश बहादुर खरखौदा थाने पहुंचे। एडीजी और आईजी थाने में ही डेरा डालकर बैठ गए। पुलिस ने दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया है। पुलिस शव के पास मिले मोबाइल की जांच कर रही है। दोनों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली जा रही है।
पुलिस के अनुसार, मृतक के मोबाइल में मिले एक वीडियो में दोनों ने चार मई को हत्या की आशंका जताई थी। इस वीडियो में कैली गांव के अंकुश और नवीन पर हत्या की आशंका जतााई गई। पुलिस ने दोनों के घरों पर देर रात ही दबिश दी, लेकिन वह फरार मिले। एसएसपी का कहना है कि जल्दी ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।